प्रशासन का सहयोग करे, घर से बाहर ना निकले | Aaryavarta Insider

• भारत मजबूती से कर रहा कोरोना का सामना 
• लॉकडाउन आपके हित में है, उसका समर्थन करे 

चंडीगढ़। पीप इंडिया संगठन के अध्यक्ष व युवा समाजसेवी हरित कुमार ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक किया। कहा कि यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है इसलिए ज्यादा भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचे और लॉकडाउन के साथ सामंजस्य बैठाए।
इस बीमारी के संक्रमण से बचने के लिये लोगों को अपने हाथों को अच्छी तरह अल्कोहल वाले सैनिटाइज़र से धोना चाहिए। खांसते और छींकते समय नाक और मुंह पर रूमाल या अन्य कोई कपड़ा रखना चाहिए। सब्जी और फलों को खाने से पहले उन्हें अच्छी तरह धोना चाहिए। सार्वजनिक जगहों पर एक-दूसरे को छूने और एक दूसरे से हाथ मिलाने से भी बचना चाहिए।

वायरस का उन पर बुरा प्रभाव पड़ता है जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम होती है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की प्रतिरोधक क्षमता उच्च पाई जाती है इसलिए उनको ज्यादा घबराने की जरुरत नहीं है। हरित ने कहा कि प्राचीन समय में खान पान, रहन सहन इस प्रकार इस प्रकार का था कि प्रकृति का संतुलन बरकरार रहता था लेकिन हमने जबसे प्रकृति के साथ छेड़ छाड़ शुरू की है, तब से मानव निर्मित आपदाओं की भरमार आई है। भारत में साधा जीवन उच्च विचार की मान्यता का पालन किया जाता था लेकिन आधुनिकता के नाम पर हम प्रकृति के साथ खिलवाड़ कर रहे है।

उन्होंने कहा कि इस प्रकार के वायरस अन्य देशों से उपजते है और पूरे विश्व को प्रभावित करते है लेकिन भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां का रहन सहन व खान पान हमारे पूर्वजों ने इस प्रकार का बनाया है कि हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता इन वायरस से सामना कर सकती है लेकिन वर्तमान में हम यूरोपीय तौर तरीको को बढ़ावा देकर अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहे है। इसलिए हमें मांसाहार त्याग करना चाहिए व प्रकृति के संतुलन को बनाए रखना चाहिए। इसलिए हमें इस महामारी से सबक भी लेना चाहिए कि हमें अपने पूर्वजों द्वारा निर्धारित किए गए खान पान और रहन सहन को अपनी जीवनशैली में उतारना पड़ेगा वरना कोरोना वायरस, हंटा वायरस जैसे वायरस जल्द ही सम्पूर्ण मानव जाति के अस्तित्व के समाप्त होने का कारण बनेंगे।

भारत मजबूती से कोरोना का सामना कर रहा है इसलिए चिंता न करें। बताया कि  सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस से संबंधित कुछ गलत जानकारियां भी प्रेषित की जा रही है, उनसे सावधान रहे। 

साथ ही बताया कि जनजीवन सामान्य होने तक अपने घरों में रहे। आप व्यक्तिगत विकास की किताबें पढ़ सकते है और अपनी व्यक्तिगत वृद्धि के लिए माइंडसेलो आदि संगठन लोगों के साथ ऑनलाइन संवाद करने के लिए कार्य कर रहे है। हमें अपने खाली समय का भी सदुपयोग करना होगा। हमें केवल सावधान रहना है, डरना नहीं है।
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