एक संत ऐसा भी जिन्होंने अपने सामाजिक जीवन की शुरुआत देशसेवा समाजसेवा प्रचारक के रूप में शुरू की.
हमारा परम सोभाग्य है कि उन्होंने उझानी को अपनी कर्मभूमि बनाया
>> जो 8-8 दिन भूखे रहे,पर किसी से रोटी नहीं मांगी ।
>> वीमार रहे पर अपनों को भी महसूस नही होने दिया ।
>> 8 माह (दिसम्बर) जेसी ठिठुरन तक मैं खुले आकाश के नीचे ठिठुरते रहे उफ तक नही की ।
>> कपडे नही थे पर किसी से नही मांगे
>> देश समाज धर्म,तथा बूढी माँ की सेवा मैं अपना योवन,जीवन समर्पित कर दिया।
>> अभी तक बिना भेद-भाव,ऊँच-नीच,जातिवाद के 37 बार रक्त दान कर चुके हैं,
>> 51 बार का संकल्प है।
>> बच्चों और युवाओं मै सदा ही संस्कार,सेवा,राष्ट्रभक्ति,और व्यसन मुक्ति आदि की प्रेरणा देते रहते हैं, जिस कारण हजारों युवा उनसे प्रेरित रहते हैं।
>> जिन्होंने जीवित रहते अपनी लाखो की चल अचल सम्पत्ति मेरे राम सेवा संस्थान को कानूनी रूप से लिखित में समर्पित (दान) कर दी हैं ... इस संस्थान में उनका कोई भी रक्त सम्बन्धी नही हैं ।
>> 32 साल से जिनका पारदर्शी, समदर्शी,जीवन हम उझानी वासियों ने निकट से देखा है।
>> उनके यश,लोकप्रियता त्याग से जलने वाले और भयभीत लोग भी आज तक उनके सामाजिक, आर्थिक,व्यक्तिगत चरित्र पर उंगली नहीं उठा पाये।
ऐसे सामजिक संत के एकल प्रयास से
मेरे राम सेवा संस्थान द्वारा संचालित कार्य
1 प्रति बुधवार (आश्रम)
1 से 4 बजे मेरेराम कथा प्रवचन
2 हर पूर्णिमा(आश्रम)
10 वजे सभी निरोग रहें इसी कामना से यज्ञ (देवी हवन)
3 हर मंगलवार (आश्रम पर)
सामूहिक सुन्दरकांड 8.30 वजे से 10 बजे तक
4 मेरे राम पुस्तकालय (प्रतिदिन) 1 से 4 बजे
5 जरूरतमंदों को निशुल्क
रक्तदान करना, कराना
6 मेरे राम निःशुल्क
होम्योपैथिक चिकित्सालय
(मंगलवार 02 बजे से 04 बजे)
7 मेरे राम का
मेरे राम सेवा आश्रम (अर्धनिर्मित)
8 मेरे राम सत्संग भवन हाल (अर्धनिर्मित)
9 मेरे राम ब्लड बैंक (प्रतीक्षित)
10 मेरे राम ब्लड टैस्ट कैम्प (प्रतीक्षित)
11 मेरे राम एम्बुलेंस सेवा (प्रतीक्षित)
🕉️ आज तक हम ऐसे सहज सरल युग दधीचि,मनीषी,निर्लोभी, त्यागी संत को पहचान और जान नही पाये।
हम महीने दो महीने मै ही बिना जाने, बिना पहचाने कालनेमि से कपटियों को गुरू बनाकर खुद को ठगाते रहते हैं ।
तो क्यो ना हम विचार करें
ऐसे सामजिक-धार्मिक सन्त
श्री रवि जी के साथ
सेवा कार्यों में सहयोग ना करके ...:
कही कोई अपराध तो नही कर रहे..??????????
🙏🙏🙏🙏🙏
आपका अपना ही
👉 प्रबन्धक इंटर कालेज बनगवाँ सत्येन्द्र सिंह चौहान
👉 डॉक्टर पंकज सिंह
👉 अधिवक्ता विष्णु गुप्ता