आर्यावर्त इनसाइडर विशेष संवाददाता
कोरोना वायरस, चींटी से भी छोटे वायरस ने सम्पूर्ण मानवता की नाक में दम कर रखा है। नाक में दम इतना किया की इंसानों की नाक कट गई और वो एलियस को शक्ल दिखाने के लायक ना रहे। लेकिन एलियन जरूर उन इंसानों को शक्ल दिखाने लगे। एलियन मनुष्य पर इतने हावी हुए कि कल रात एक युवक का मेरे पास फोन आया जिसने बताया कि एलियन अक्सर उसके महमान बनकर उसके घर आते है और वो उन एलियन की शक्ल पसंद नहीं करता लेकिन फिर भी जब जब एलियन प्रथ्वी पर आते है तो उसके घर रुकते है। वह उन एलियन से इतना डर गया कि उसने उनके खिलाफ पुलिस रिपोर्ट लिखाने की बात भी मुझसे साझा की।
लेकिन पुलिस कहां यूं ही रिपोर्ट लिखने वाली थी... आखिर एलियंस के भी कुछ अधिकार है। अलियनाधिकार संघ के लोगों ने लड़ाई को रिश्तेदारी में बदलने के लिए प्रस्ताव रखा और जबरन युवक की शादी एक एलियन से कराई गई। तो युवक ने मानवाधिकार आयोग से शिकायत की। अब जैसे ही इस मुद्दे को कोर्ट ले जाने की बात की गई, वैसे ही सोशल मीडिया पर ट्रॉलिंग शुरू हो गई। टीआरपी बढाऊ मीडिया ने उस हट्टे कट्टे युवक के इंटरव्यू लेने शुरू किए तो युवक की नींद उड़ गई और वो सींक सलाई बन गया।
अब एलियन भी उसके सपने में ना आकर इंटरव्यू लेने वाले पत्रकार हरित के पास आए। अब मुद्दा शांत हुआ तो मीडिया का मुंह लटका हुआ है। प्रोपगेंडा खत्म हुआ तो लोगों की जिज्ञासा जगाकर भाग जाने वाली मीडिया को अभी तक ट्रॉल किया जा रहा है। एलियन अब अपनी जान बचाकर कभी ना वापिस आने की कसमें खा रहे है और इंटरव्यूअर हरित को सैटेलाइट के माध्यम से संपर्क कर रहे है। वो इस बार हरित को प्रथ्वी से पलायन कराना चाहते है।
उनके नापाक इरादों से हरित सदमे में है जिसने पिछले कुछ दिनों से कुछ भी नहीं खाया है और डर इतना की सोया भी नहीं है। लेकिन कल रात एलियन हरित को प्रथ्वी से अगवा कर ले गए। गनीमत यह रही कि वो केवल हरित को लेकर गए। वरना हरित ने ही एलियन का इतना शोषण किया है कि उनका इंसानियत से विश्वास उठ चुका है। एलियंस की गैलक्सी में यह हेडलाइन बना है। इस बार एलियन कहकर गए कि हम हट्टे कट्टे नहीं है। भारतीय मीडिया ज़िंदाबाद
(लेखक आज हास्य की मनोदशा में है।)